11 गांव के ग्रामीण पानी की मांग न पूरी होने पर मनायेंगे काली तीज पर्व
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
गांव धरौदी में धरौदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोडऩे के लिए ग्रामीणों का धरना 44वेें दिन मेें प्रवेश कर गया। ग्रामीणों की एक ही मांग है कि धरौदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोड़ दिया जाये, ताकि पीने का पानी और खेतों की सिंचाई के लिए पूरा पानी मिल सके। मंच संचालक रंगीराम धमतान ने कहा कि धरौदी माइनर में पानी की मांग अभी तक पूरी न होने पर 11 ग्रामीणों ने काली तीज पर्व मनाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि महिलायें व पुरूष काले कपड़े पहनकर धरने पर सरकार के खिलाफ रोष जतायेंगे। बिनैण खाप के प्रेस प्रवक्ता रघबीर नैन ने कहा कि 11 गांंव के लोगों की मांग जायज है, सरकार को यह मांग मान लेनी चाहिए, ताकि लोगों को स्वच्छ पानी मिल सके। उन्होंने कहा कि लोग शांतिप्रिय धरना दे रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी परीक्षा ले रही है। कालवन तपा प्रधान फकीरचंद ने कहा कि जहां पहले 12 साल तक पानी चल सकता था, अब क्यों नहीं मिल सकता है। यह अड़चन कहां पैदा हो गई है। इसके बारे में सरकार को गंभीरता से सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीने के पानी का टीडीसी ज्यादा होने के कारण लोगों को कैंसर, पीलिया व पत्थरी जैसे रोग हो गये हैं और गायों को भी कैंसर बताया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द पानी की मांग पूरी करें, ताकि लोगों को पीने का पानी व खेतों की सिंचाई के लिए पानी मिल सके।
अनशकारियों की हालत बिगड़ी
धरने पर आमरण अनशन पर बैठे अनशनकारियों की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। अनशनकारियों का चैकअप कर रही डॉक्टरों की टीम ने बताया कि उनके शरीर में कोई सुधार नहीं हो रहा है, बल्कि हालत बिगड़ती जा रही है। इसके लिए उनको उपचार की आवश्यकता है।